* यदि जामुन ज्यादा खा लिया हो व इससे जी मिचला रहा हो तो आम की एक फाँक खा लेने से तत्काल राहत महसूस होने लगती है।
* मूली ज्यादा खा ली हो तो चौथाई चम्मच अजवायन फाँक लें या मूली का ऊपरी मुलायम पत्ता खा लेने से गैस या अपच नहीं होती।
* मूली के तीन-चार पत्ते से खाने से हिचकी दूर होती है।
* केले ज्यादा खा लिए हों तो एक इलायची चबा लें, केला हजम हो जाएगा।
* बदन में थकावट का दर्द होने पर सरसों के तेल में नमक मिलाकर गुनगुना कर लें व पूरे बदन पर मालिश करके गर्म पानी से नहा लें। इससे राहत मिलेगी।
* जी मिचला रहा हो और उल्टी हो रही हो तो 4-5 लौंग, एक चम्मच चीनी में बारीक पीसकर चुटकी-चुटकी भर जीभ पर रखकर चाटने से आराम मिलता है।
* मूँग की दाल रात को भिगोकर सुबह उसमें 2 लौंग डालकर बनाया जाए तो ज्यादा पाचक होती है व गैस भी नहीं बनती।
* मेथी को अजवायन के संग बराबर मात्रा में लेकर पीस लें व खाने के बाद गुनगुने पानी के साथ फाँक लें। गैस-अपच नहीं होगी और कब्ज भी नहीं रहेगा।
* साबुत काली मिर्च व मिश्री चबाने से गले की खराश तत्काल दूर हो जाती है।
* खुश्की के कारण फट रहे पाँव में व फटी बिवाइयों में सरसों का तेल व मोम पिघलाकर सूखी मेहँदी बुरक दें व गुनगुना ही बिवाइयों में भरें, दो-तीन बार के प्रयोग में ही लाभ होगा।
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