थाईलैंड
में इन दिनों कुछ ऐसा ही हो रहा है। यहां कुछ होटलों में हाथियो के मल से
बनी तैयार कॉफी बिक रही है, वह भी सबसे महंगी कीमत पर। हाथी के मल से बनी
इस कॉफी का नाम है ब्लैक आइवरी ब्लैंड।
इस कॉफी को बनाने का तरीका भी बड़ा मजेदार है। पहले थाई हाथियों को कॉफी की फली खिलाई जाती है। हाथी कच्ची फलियां खाते हैं और उसे पचाते हैं, जिसके बाद मल के रूप में बाहर गिरा देते हैं। हाथी की इसी लीद से कॉफी के बीज निकाले जाते हैं।
थाइलैंड का एक होटल इसे नेचुरली रिफाइंड यानी प्राकृतिक रूप से शोधित कॉफी कहकर बेच रहा है। एक किलोग्राम कॉफी की कीमत 1,100 डॉलर है। यह दुनिया की सबसे महंगी कॉफी ब्लैंड्स मेंसे एक है।
पाचन क्रिया के दौरान हाथी के एंजाइम कॉफी के प्रोटीन को तोड़ देते हैं। इस कॉफी की गंध बहुत तेज है, लेकिन स्वाद गजब का है। प्रोटीन वह प्रमुख तत्व है जो कॉफी को कड़वा करता है। कम प्रोटीन का मतलब है करीब-करीब कोई कड़वाहट नहीं। (एजेंसियां)
इस कॉफी को बनाने का तरीका भी बड़ा मजेदार है। पहले थाई हाथियों को कॉफी की फली खिलाई जाती है। हाथी कच्ची फलियां खाते हैं और उसे पचाते हैं, जिसके बाद मल के रूप में बाहर गिरा देते हैं। हाथी की इसी लीद से कॉफी के बीज निकाले जाते हैं।
थाइलैंड का एक होटल इसे नेचुरली रिफाइंड यानी प्राकृतिक रूप से शोधित कॉफी कहकर बेच रहा है। एक किलोग्राम कॉफी की कीमत 1,100 डॉलर है। यह दुनिया की सबसे महंगी कॉफी ब्लैंड्स मेंसे एक है।
पाचन क्रिया के दौरान हाथी के एंजाइम कॉफी के प्रोटीन को तोड़ देते हैं। इस कॉफी की गंध बहुत तेज है, लेकिन स्वाद गजब का है। प्रोटीन वह प्रमुख तत्व है जो कॉफी को कड़वा करता है। कम प्रोटीन का मतलब है करीब-करीब कोई कड़वाहट नहीं। (एजेंसियां)
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